बारिश में कबूतरों की सेहत का रखें खास ख्याल, जानिए कौन-सी हर्बल दवाइयाँ हैं सबसे असरदार
बारिश का मौसम सिर्फ इंसानों के लिए ही नहीं, पक्षियों के लिए भी एक चुनौती भरा समय होता है। खासकर कबूतरों के लिए यह मौसम कई तरह की बीमारियाँ लेकर आता है, जैसे – फंगल इंफेक्शन, सर्दी-जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, दस्त आदि। ऐसे में रासायनिक दवाइयों की जगह अगर आप हर्बल उपाय अपनाएं, तो कबूतरों को बिना किसी साइड इफेक्ट के स्वस्थ रखा जा सकता है।
आइए जानते हैं कुछ प्रभावशाली हर्बल दवाइयाँ और घरेलू नुस्खे जो बारिश के मौसम में कबूतरों को स्वस्थ रखने में मददगार होती हैं।
1. नीम की पत्तियाँ (Neem Leaves)
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गुण: एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल।
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उपयोग: नीम की कुछ कोमल पत्तियाँ पानी में उबालकर ठंडा करें और हफ्ते में 2 बार कबूतरों के पीने के पानी में मिलाएं। इससे उनके पाचन और त्वचा संबंधी समस्याएं दूर रहेंगी।
2. हल्दी (Turmeric)
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गुण: प्राकृतिक एंटीबायोटिक, सूजन और इंफेक्शन से राहत।
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उपयोग: चुटकी भर हल्दी गुनगुने पानी में मिलाकर सप्ताह में 2 बार कबूतरों को दें। इससे वे संक्रमण से बचे रहते हैं।
3. गिलोय (Giloy)
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गुण: रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला।
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उपयोग: गिलोय का रस (बहुत कम मात्रा में) पानी में मिलाकर सप्ताह में 1 बार दिया जा सकता है। यह कबूतरों की इम्युनिटी को मजबूत करता है।
4. अजवाइन का पानी (Ajwain Water)
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गुण: गैस, बदहजमी और फंगल इंफेक्शन में असरदार।
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उपयोग: थोड़ी सी अजवाइन को पानी में उबालें और जब वह ठंडा हो जाए तो उसमें थोड़ा शहद मिलाकर कबूतरों को सप्ताह में 1 बार दें।
5. तुलसी के पत्ते (Tulsi Leaves)
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गुण: एंटीवायरल, एंटीबैक्टीरियल।
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उपयोग: 3-4 तुलसी के पत्ते पानी में डालकर उबालें और ठंडा करके कबूतरों को दें। ये सर्दी-जुकाम से बचाते हैं।
सावधानी:
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किसी भी हर्बल चीज को सीमित मात्रा में और सप्ताह में 1–2 बार ही दें।
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साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें, खासकर दाने और पानी की जगह गीली न हो।
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बीमार कबूतर को बाकी से अलग रखें और तुरंत पशु चिकित्सक से सलाह लें।
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