Canary bird interesting facts: कैनरी एक छोटी, रंग-बिरंगी और मनमोहक आवाज़ वाली पक्षी है, जो दुनियाभर में अपने सुंदर रंगों और मधुर गीतों के लिए जानी जाती है। यह पक्षी मूल रूप से कैनरी द्वीप समूह से ताल्लुक रखती है, और इसे पालने वाले लोग इसके व्यवहार, गीत और रंग के कारण बेहद पसंद करते हैं। आइए जानते हैं इस खास पक्षी के कुछ रोचक और अनोखे तथ्य:

नाम पड़ा “कैनरी” द्वीप से

कैनरी पक्षी का नाम कैनरी आइलैंड्स के नाम पर पड़ा है, जो अफ्रीका के उत्तर-पश्चिमी तट पर स्थित है। हालांकि, इन द्वीपों का नाम एक कुत्ते की प्रजाति (Latin: Canis) से पड़ा था, न कि पक्षी से।

गायन में माहिर होते हैं नर कैनरी

नर कैनरी पक्षी मादा की तुलना में ज़्यादा मधुर और लंबे समय तक गाने में सक्षम होते हैं। इन्हें खासतौर पर गायन के लिए पाला जाता है, और कुछ नस्लों को तो संगीत के लिए ट्रेंड भी किया जाता है।

 रंगों की कई किस्में

कैनरी पक्षी कई रंगों में पाए जाते हैं – पीले, नारंगी, सफेद, हरे और यहां तक कि लाल भी। हालांकि सबसे आम रंग पीला होता है, जो इन्हें सबसे पहचान योग्य बनाता है।

 सिंगिंग कैनरी की खास नस्लें

कुछ कैनरी नस्लें जैसे हार्ट्ज़ रोलर, वाटर स्लैगर, और टिमब्राडो अपनी अनूठी गायन शैली के लिए प्रसिद्ध हैं। इनका गीत सुनना एक सुकून देने वाला अनुभव होता है।

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पुराने समय में कोयले की खदानों में करते थे काम

19वीं और 20वीं सदी में कैनरी पक्षियों को कोयले की खदानों में जहरीली गैसों का पता लगाने के लिए ले जाया जाता था। अगर पक्षी गाना बंद कर दे या मर जाए, तो खनिक समझ जाते थे कि गैस लीक हो रही है।

लंबे जीवनकाल वाले पक्षी

पालतू कैनरी पक्षी 10 से 15 साल तक जीवित रह सकते हैं, अगर उनकी देखभाल सही तरीके से की जाए। कुछ तो 20 साल तक भी जीते हैं।

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अकेलेपन में उदास हो सकते हैं

अगर कैनरी को पर्याप्त ध्यान, धूप या संगीत नहीं मिलता, तो वह उदासी और तनाव में चला सकता है। ये पक्षी भावनात्मक रूप से संवेदनशील होते हैं।

म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट की तरह सीखा सकते हैं गाना

कैनरी पक्षी को विशेष संगीत या ध्वनि रिकॉर्डिंग सुनाकर एक खास अंदाज़ में गाना सिखाया जा सकता है। कुछ ट्रेनर तो इन्हें बांसुरी जैसी धुनों पर प्रशिक्षित करते हैं।

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