पक्षियों को ट्रेनिंग कैसे दें? एक आसान और कारगर गाइड
पक्षी हमारे जीवन में खुशियाँ और चहचहाहट भरते हैं। अगर आप किसी पक्षी को पालतू बना रहे हैं, तो केवल खाना-पानी देना ही नहीं, बल्कि उसे सही तरीके से प्रशिक्षित करना भी ज़रूरी है। ठीक से ट्रेनिंग मिलने पर पक्षी न सिर्फ आज्ञाकारी बनते हैं, बल्कि आपके साथ गहरा रिश्ता भी बना लेते हैं।
1. विश्वास बनाना है पहला कदम
पक्षियों को ट्रेनिंग देने से पहले आपको उनका विश्वास जीतना ज़रूरी है। शुरुआत में पक्षी को छूने या पकड़ने की कोशिश न करें। कुछ दिन उसे बस अपने पास बैठाकर प्यार से बात करें और हल्का संगीत सुनाएं ताकि वह आपके आसपास सहज महसूस करे।
2. इनाम का इस्तेमाल करें (Reward Based Training)
जब भी पक्षी कोई अच्छी हरकत करे, जैसे आपकी उंगली पर बैठना या आवाज़ पर प्रतिक्रिया देना, तो उसे बीज, फल या मनपसंद खाना दें। इससे वह सीखेगा कि आज्ञा मानने पर इनाम मिलता है।
3. एक जैसी भाषा और टोन का प्रयोग करें
ट्रेनिंग के दौरान एक ही शब्द का प्रयोग करें जैसे “आओ”, “बैठो”, “उड़ो” आदि। आवाज़ का टोन हमेशा मधुर और एक जैसा रखें ताकि पक्षी समझ सके कि आप क्या कहना चाहते हैं।
4. हाथ पर बैठने की ट्रेनिंग
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पहले पक्षी को अपने पिंजरे से बाहर निकलने दें।
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फिर धीरे-धीरे हाथ बढ़ाएं और उसकी पसंदीदा चीज़ हाथ में रखें।
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जब वह हाथ पर आए, तो उसे इनाम दें और धीरे से सहलाएं।
5. नियमित अभ्यास जरूरी है
हर दिन 10-15 मिनट की ट्रेनिंग दें। लगातार प्रैक्टिस से पक्षी आदत में बदलाव लाते हैं। धैर्य रखें, क्योंकि कुछ पक्षी जल्दी सीखते हैं, तो कुछ को समय लगता है।
6. जबरदस्ती बिल्कुल न करें
अगर पक्षी डर रहा है या आक्रामक हो रहा है, तो ट्रेनिंग रोक दें। उसका मूड ठीक होने पर दोबारा प्रयास करें। ट्रेनिंग को हमेशा मज़ेदार और प्यार भरा रखें।
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कुछ अतिरिक्त सुझाव
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पक्षी के नाम से पुकारें, इससे वह जल्दी पहचानने लगेगा।
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ट्रेनिंग के समय आस-पास की जगह शांत होनी चाहिए।
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मोबाइल, टीवी या शोरगुल से बचें।
किन पक्षियों को ट्रेन करना आसान है?
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तोता (Parrot): सबसे समझदार और बोलने की क्षमता वाला।
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बजरीगर (Budgerigar): छोटे आकार का, लेकिन जल्दी सीखने वाला।
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कॉकटेल (Cockatiel): शांत और भावनात्मक पक्षी जो इंसानों से जल्दी जुड़ता है।
पक्षियों को ट्रेनिंग देना कोई मुश्किल काम नहीं है, बस ज़रूरत है प्यार, धैर्य और नियमितता की। जैसे-जैसे आप अपने पंछी को समझते जाएंगे, वैसे-वैसे वह भी आपकी बातों को समझने लगेगा। तो तैयार हो जाइए अपने पालतू दोस्त को समझदार और आज्ञाकारी बनाने के लिए।
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