चट्टान कबूतर यानी Rock Pigeon ऐसा पक्षी है जो न सिर्फ हमारे आस-पास आसानी से दिखाई देता है, बल्कि इसके बारे में कई रोचक और अनोखी बातें हैं जो बहुत कम लोग जानते हैं। आइए इस लेख में जानते हैं चट्टान कबूतर की कुछ खास बातें जो आपको हैरान कर देंगी।

हजारों साल पुराना इतिहास

Rock Pigeon का इतिहास करीब 5000 साल पुराना है। प्राचीन मिस्र, ग्रीस और भारत में भी ये कबूतर पाए जाते थे। इंसानों ने इन्हें पहले संदेश वाहक, फिर पालतू पक्षी और अब शौक से पालने के लिए पाला।

शानदार दिशा ज्ञान

Rock Pigeon अपनी दिशा पहचानने की गज़ब की क्षमता के लिए जाना जाता है। यह पक्षी हजारों किलोमीटर दूर से भी अपने घर लौट सकता है। इसी वजह से पुराने जमाने में युद्ध के दौरान इनका इस्तेमाल संदेश पहुँचाने के लिए किया जाता था।

दोनों माता-पिता बच्चे पालते हैं

चट्टान कबूतर की एक खास बात यह है कि बच्चे को पालने की जिम्मेदारी नर और मादा दोनों मिलकर निभाते हैं। दोनों बारी-बारी से अंडों पर बैठते हैं और बच्चों को “पिज़न मिल्क” (एक विशेष प्रकार का द्रव पदार्थ) पिलाते हैं।

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आवाज और पहचान

Rock Pigeon की “गुटर-गूं” आवाज बहुत ही पहचानने लायक होती है। इनकी आवाज से ही आप इन्हें दूसरे पक्षियों से अलग पहचान सकते हैं। यह आवाज संपर्क और साथी बुलाने के लिए होती है।

तेज़ उड़ान क्षमता

यह पक्षी बहुत तेज़ उड़ सकता है। Rock Pigeon की औसत उड़ान गति 80-90 किमी प्रति घंटा होती है और कुछ कबूतर तो 150 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से उड़ सकते हैं!

भावनात्मक जुड़ाव

चट्टान कबूतर अपने जोड़े से बहुत जुड़ाव रखते हैं। ये आमतौर पर एक ही साथी के साथ जीवनभर रहते हैं, और जब उनका साथी मर जाता है, तो ये उदास हो जाते हैं।

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शांति का प्रतीक

Rock Pigeon को शांति, प्रेम और समर्पण का प्रतीक माना जाता है। अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में अक्सर सफेद कबूतर उड़ाकर शांति का संदेश दिया जाता है।

कबूतर भी पहचानते हैं चेहरे

एक रिसर्च में पाया गया है कि Rock Pigeon इंसानों के चेहरे पहचान सकते हैं। अगर आप रोज़ उन्हें दाना देते हैं, तो वे आपको पहचानने लगते हैं और आपसे नहीं डरते।

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