क्या आपने कभी देखा है कि आपका तोता या कोई और पालतू पक्षी अपने ही पंख नोचने लगा है? यह केवल एक “अजीब आदत” नहीं है, बल्कि एक गंभीर व्यवहारिक या स्वास्थ्य समस्या का संकेत भी हो सकता है। पक्षियों में पंख नोचना (Feather Plucking) अक्सर तनाव, ऊब, या किसी शारीरिक परेशानी के कारण होता है।

 पंख नोचने के प्रमुख कारण

  1. तनाव (Stress):
    तेज़ आवाज़, अकेलापन, या वातावरण में अचानक बदलाव से पक्षी तनावग्रस्त हो सकता है।

  2. ऊब (Boredom):
    अगर पक्षी को पर्याप्त खिलौने या मानसिक गतिविधियाँ नहीं मिलतीं, तो वह खुद के पंख नोचना शुरू कर देता है।

  3. त्वचा रोग या एलर्जी:
    किसी संक्रमण, माइट्स (Mites), या खाद्य एलर्जी के कारण त्वचा में जलन हो सकती है, जिससे पक्षी पंख नोचता है।

  4. पोषण की कमी (Nutritional Deficiency):
    विटामिन A, D या कैल्शियम की कमी से भी त्वचा व पंखों की स्थिति खराब होती है।

  5. हार्मोनल बदलाव:
    कुछ प्रजातियों में प्रजनन के समय हार्मोनल बदलाव के कारण पंख नोचने की प्रवृत्ति बढ़ जाती है।

पहचान कैसे करें

  • पंखों में खाली जगह या गंजापन

  • बार-बार पंखों को चोंच से खींचना

  • पंखों के टूटे या अधूरे दिखाई देना

  • त्वचा पर लालपन या घाव

  • पक्षी का चिड़चिड़ा व्यवहार

 समाधान और देखभाल

  1. डॉक्टर की सलाह लें:
    सबसे पहले पक्षी विशेषज्ञ (avian vet) से जांच करवाएँ ताकि किसी शारीरिक बीमारी की पुष्टि हो सके।

  2. मानसिक उत्तेजना दें:
    खिलौने, झूले और मिरर जैसी चीज़ें पक्षी को व्यस्त रखती हैं।

  3. संतुलित आहार दें:
    फल, हरी सब्ज़ियाँ और कैल्शियम युक्त खाना पक्षी की सेहत के लिए ज़रूरी है।

  4. साफ-सुथरा वातावरण:
    पक्षी का पिंजरा रोज़ साफ करें और उसे धूप व हवा वाले स्थान पर रखें।

  5. साथ और प्यार दें:
    पक्षी भी इंसानों की तरह भावनात्मक होते हैं। उनसे बात करें, खेलें और उन्हें अकेला महसूस न होने दें।

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