कबूतरों को पालते समय भूलकर भी ना करें ये गलती, नहीं तो पड़ सकता है पछताना
Pigeon Breeding Tips: कबूतरों की ब्रीडिंग (Pigeon Breeding) एक दिलचस्प और जिम्मेदारी भरा कार्य है। अगर सही तरीके से की जाए, तो इससे न केवल स्वस्थ चूजे मिलते हैं बल्कि कबूतरों का जीवन भी लंबा और खुशहाल बनता है। नीचे दिए गए सुझाव हर कबूतर प्रेमी के लिए बेहद उपयोगी हैं।
1. सही जोड़ी का चयन करें
कबूतरों की सफल ब्रीडिंग के लिए स्वस्थ नर और मादा की जोड़ी सबसे ज़रूरी है।
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दोनों की उम्र 8 महीने से अधिक होनी चाहिए।
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जोड़ी का स्वभाव शांत और एक-दूसरे से मेल खाने वाला होना चाहिए।
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बीमार या कमजोर पक्षियों को कभी ब्रीडिंग में शामिल न करें।
2. घोंसले की व्यवस्था
कबूतरों को ब्रीडिंग के लिए आरामदायक और सुरक्षित जगह चाहिए।
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लकड़ी या प्लास्टिक के नेस्ट बाउल का प्रयोग करें।
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नेस्ट में सूखी घास या नारियल के रेशे डालें।
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पिंजरे को शांत, हवा-दार और सूखे स्थान पर रखें।
3. पौष्टिक आहार दें
ब्रीडिंग के दौरान कबूतरों को ऊर्जा और पोषक तत्वों की अधिक ज़रूरत होती है।
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भोजन में मक्का, गेहूं, सरसों दाना, बाजरा और चना शामिल करें।
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हफ्ते में एक-दो बार विटामिन और कैल्शियम सप्लीमेंट दें।
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पानी हमेशा ताज़ा और साफ रखें।
4. जोड़ी को तनाव-मुक्त रखें
तनाव ब्रीडिंग की सबसे बड़ी बाधा है।
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कबूतरों के पास ज़्यादा भीड़ या शोर न हो।
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ब्रीडिंग के समय उन्हें बार-बार छेड़ें नहीं।
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पिंजरे की सफाई धीरे और सावधानी से करें।
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5. अंडों और चूजों की देखभाल
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कबूतर आमतौर पर 2 अंडे देते हैं, जिन्हें नर और मादा दोनों सेते हैं।
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अंडों को छेड़ें नहीं; उन्हें अपने हाल पर छोड़ दें।
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चूजे निकलने के बाद माता-पिता को पौष्टिक खाना दें ताकि वे अपने बच्चों को ठीक से खिला सकें।
6. सफाई और स्वास्थ्य
स्वच्छ वातावरण से संक्रमण और बीमारियाँ दूर रहती हैं।
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पिंजरे और नेस्ट को नियमित रूप से साफ करें।
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अगर कोई कबूतर बीमार दिखे तो उसे तुरंत अलग रखें।
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